tag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post1944180962560138941..comments2023-10-06T06:45:09.075-07:00Comments on वो जो चुप न रह सका: भुला दो ये बाइबल, ये कुरान, ये गीता, ये पुराण #1विश्वhttp://www.blogger.com/profile/01058002929051247481noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-24609196327070368152011-10-27T04:48:10.359-07:002011-10-27T04:48:10.359-07:00मैं सिर्फ इतना जानता हूँ इंसान ही आखरी सत्य है सिर...मैं सिर्फ इतना जानता हूँ इंसान ही आखरी सत्य है सिर्फ अपने पर ही विशवास करना एक बहुत ही टेडा काम है मगर असंभव नहीं लेख काब्लेतारिफ है मैं ४८ साल अनजाने में जीता रहा मगर आखिर में अपने आपको जब जान लिया तो सारे डर खत्म हो गए आज अपने पर इतना भरोसा है की अच्छे से अच्छे रूढी ढोने वाले को आसानी से बचाव का रास्ता नहीं दूंगा मेरी बीवी और परिवार शुध्ध सत्संगी है वो मुझे सत्संग में ले जाने से घबराते है और ना ही मैं जाता हूँ अंत में एक सच जो हमें नास्तिक कहते है ये समझ ले की हमसे बड़ा कोई आस्तिक हो ही नहीं सकता क्यूंकि हम दिनरात चिंतन में लगे रहते है की कैसे औरों को इस अन्ध्व्श्वास की दल-दल से बाहर निकालेहौसलेवालाhttps://www.blogger.com/profile/13726648851023127621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-13357892320430641642008-09-19T06:14:00.000-07:002008-09-19T06:14:00.000-07:00आप से शतप्रतिशत सहमत हैं। दुनियाँ का कोई कर्ता ईश्...आप से शतप्रतिशत सहमत हैं। दुनियाँ का कोई कर्ता ईश्वर नहीं है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-92186105863948469592008-09-19T05:15:00.000-07:002008-09-19T05:15:00.000-07:00बहुत बढ़िया..आगे इन्तजार है.बहुत बढ़िया..आगे इन्तजार है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-25822990336704548462008-09-19T04:45:00.000-07:002008-09-19T04:45:00.000-07:00बहुत अर्थ पूर्ण लिखा है आपने...सही बात असर दार ढंग...बहुत अर्थ पूर्ण लिखा है आपने...सही बात असर दार ढंग से कही गई है. मेरे ब्लॉग पर मरयम गजाला साहिबा का एक शेर पढिये उन्होंने कहा है की:<BR/>कटे न जब तलक कपट न मैल मन का ही धुले<BR/>अजान भी फरेब है फरेब है भजन भजन<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-65648658329188225162008-09-19T02:14:00.000-07:002008-09-19T02:14:00.000-07:00Mubarak ho, zara mere blog ki taraf aayein. mujhe ...Mubarak ho, zara mere blog ki taraf aayein. mujhe to lagataa hai hum donon bichhde hue bhai hain.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-83557443060884945792008-09-19T01:31:00.000-07:002008-09-19T01:31:00.000-07:00अति सही विचारा है आपने। आगे भी लिखिये।अति सही विचारा है आपने। आगे भी लिखिये।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.com