tag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post54051331534361748..comments2023-10-06T06:45:09.075-07:00Comments on वो जो चुप न रह सका: नक्सलीयों के 72 दिन शांति नहीं, अपने बचाव की कारवाई. हिन्दुस्तानी सरकार क्या तुम जाल में फंसोगी?विश्वhttp://www.blogger.com/profile/01058002929051247481noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-13626986929788943252010-02-23T04:40:08.911-08:002010-02-23T04:40:08.911-08:00कांग्रेस से बामपंथी आतंकवादियों के विरूद्ध कार्यवा...कांग्रेस से बामपंथी आतंकवादियों के विरूद्ध कार्यवाही की उमीद करना समुद्र से खोई हुी चवन्नी निकलने के समान है फिर बी हमें उम्मीद है कि वो कुछ न कुछ अपनी नाक बचाने के लिए जरूर करेंगे । देखते हैं कि सिर्फ बातें ही होती हैं या फिर कार्यबाहीAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-74932259615733736452010-02-23T00:17:34.281-08:002010-02-23T00:17:34.281-08:00लाल बन्दरों का बौद्धिक आतंकवाद बहुत तगड़ा है… चिदम्...लाल बन्दरों का बौद्धिक आतंकवाद बहुत तगड़ा है… चिदम्बरम जरूर झुक जायेंगे…veeruhttp://jmdhost.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-17936817324750585862010-02-22T23:20:28.663-08:002010-02-22T23:20:28.663-08:00पूरी तरह सहमत. इस पेशकश को स्वीकार करना अक्षम्य रण...पूरी तरह सहमत. इस पेशकश को स्वीकार करना अक्षम्य रणनीतिक भूल होगी. नक्सलियों के ऊपर सुरक्षाबलों का दबाव बन चुका है. इसीलिए घबराकर वे निर्दोष नागरिकों, नागरिक अधिकारियों का अपहरण व हत्याएं कर रहें हैं. दरअसल ७२ दिनों का समय लेकर वे घने जंगलों में भाग कर वहां अपने रणनीतिक ठिकानों को मजबूत कर लेना चाहते हैं. इस समय का उपयोग वे नई रणनीति बनाने, वर्तमान कमियों को दूर करने, नए हथियार और रंगरूटों की भर्ती और प्रशिक्षण देने, आर्थिक मदद जुटाने तथा अपने तथाकथित "बुद्धिजीवी" भोंपुओं के माध्यम से दुष्प्रचार द्वारा सरकार और सुरक्षा बलों पर दबाव बनाने के लिए करेंगे. <br /><br />यह अवधि ७२ दिनों तक सीमित नहीं रहेगी. यदि सुरक्षाबल मई के अंत में अपना अभियान पुनः आरंभ भी करते हैं तो उन्हें वर्तमान स्थिति में आने में दो से तीन महीने का समय लग जायेगा जबकि जून के अंत में मानसून के आगमन के साथ ही अभियान चलाना दुष्कर हो जायेगा. मानसून समाप्ति के बाद त्योहारों का मौसम आ जायेगा और यह अभियान निश्चित रूप से नवम्बर-दिसंबर २०१० तक के लिए मुल्तवी हो जायेगा. अब यह कांग्रेसी सरकार को सोचना है कि क्या वह नक्सलियों को पूरे एक वर्ष का समय देने को तैयार है जबकि अभी लोहा गरम है और अगले तीन से चार महीनों में इनकी कमर पूरी तरह से तोड़ी जा सकती है............निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-55049943065520933402010-02-22T22:50:21.741-08:002010-02-22T22:50:21.741-08:00तथाकथित बौद्धिजीवियों का चेहरा भी बेनकाब हुआ है, क...तथाकथित बौद्धिजीवियों का चेहरा भी बेनकाब हुआ है, किशन नें बातचीत में उन्हे पहल करने के लिये बढाया है। सच यही है कि ऑपरेशन ग्रीन हंट से घबरा कर नक्सलियों नें यह युक्ति तलाशी है। समय लाल-आतंक से मुक्ति का है। सरकार को तलवार वापस म्यान में नहीं रखनी चाहिये।राजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-32375341815808972422010-02-22T22:14:18.433-08:002010-02-22T22:14:18.433-08:00लेख विचारोतेजक है, मगर ७२ घंटे की जगह ७२ दिन कर द...लेख विचारोतेजक है, मगर ७२ घंटे की जगह ७२ दिन कर दे !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-80487217161114962542010-02-22T21:22:10.631-08:002010-02-22T21:22:10.631-08:00षड्यंत्र करने वालों से और क्या उम्मीद की जा सकती ह...षड्यंत्र करने वालों से और क्या उम्मीद की जा सकती है . देखने लायक तो बात यह होगी कि सरकार क्या करती है <br /><br /><a href="http://indian-sanskriti.blogspot.com/2010/02/blog-post_22.html" rel="nofollow"><b> यहाँ भी देखें</b> </a>डॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-1560134963377487502010-02-22T21:10:07.305-08:002010-02-22T21:10:07.305-08:00यही ट्रीक आतंकी उल्फा वाले आजमाते है और उनके रहनुम...यही ट्रीक आतंकी उल्फा वाले आजमाते है और उनके रहनुमा नेता उन्हे मौका देते है. बारबार दोहराया जाता है. लगता है नक्सलियों ने वहीं से यह ट्रीक जुटाई है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-33157561043516956902010-02-22T21:08:00.767-08:002010-02-22T21:08:00.767-08:00लाल बन्दरों का बौद्धिक आतंकवाद बहुत तगड़ा है… चिदम्...लाल बन्दरों का बौद्धिक आतंकवाद बहुत तगड़ा है… चिदम्बरम जरूर झुक जायेंगे…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1236980380089324869.post-24411614316362812422010-02-22T19:41:28.564-08:002010-02-22T19:41:28.564-08:00मुझे तो कोई उम्मीद है नहीं कांग्रेस माता से.मुझे तो कोई उम्मीद है नहीं कांग्रेस माता से.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com